इस बिस्तर का दिल धडकने लगा है
, तेरी कुछ सिलवटें इसमें बाकी है
लगता है अभी अंगड़ाई लेके खुशनुमा
हो जायेंगा, तेरी कुछ करवटें इसमें बाकी है
लोग कहते है , मै मर गया, सांस
रुक गयी, जी थम गया
कमबख्त जानते नहीं , तू दिल में है, तेरी कुछ आहटें इसमें बाकी है
सारा चमन उजड़ा , सुखी कलियाँ , फूलों ने दम तोड़ दिया
तूने छुआ था वो फूल जिन्दा है, तेरी कुछ मुस्कुराहटें इसमें बाकी है
मंदिर, मस्जिद , गुरूद्वारे
सब बेजान इमारते थी पत्थर की ढह गयी
मेरा दिल आबाद है अब भी , तेरी कुछ बनावटे इसमें बाकी है
आसमान की गोद हुई सूनी , कुछ बादल रूठे, कुछ छुटे
मेरे दिल में घटाएँ अब भी उठती
है , तेरी कुछ लटें इनमे बाकी है
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