लम्हों में सदियाँ .......
शुक्रवार, 28 नवंबर 2014
इबादत !!!
हर एक ऊँगली पर मेरी
,
सौ-सौ दिल धडकते है
जब - जब ये हाथ तुम्हारी लिखावटों को पढ़ते है !
वो चढाव-उतार
,
वो हर ईक मोड़ इस सफ़र का
ये काम भी हम
,
इबादत की तरह करते है !
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