अहसासों की भाषा .......
प्रेम की भाषा.......
संस्कारों की भाषा.......
वो भाषा जिसकी गोद में हम पलें -बढ़े
वो भाषा जिसमें सपने परवान चढ़े
वो भाषा जो आत्म-सम्मान है
वो भाषा जो जीवन का ज्ञान है
वो भाषा जो जीवन की रसधार है
वो भाषा जिससे मोहब्बत अपरंपार है
वो भाषा जो रिश्तों की बुनियाद है
वो भाषा जिसमें जागते अहसास है
वो भाषा जिसका शब्द-शब्द 'गंगा' है
वो भाषा जिसके रंग में देश रंगा है
वो भाषा जिसकी ऊँगली पकड़कर उठे है हम
वो भाषा आँसूओं में ढली और रूठे है हम
वो भाषा जो दोस्ती को जोड़ती है
वो भाषा जो दीवारें तोड़ती है
वो भाषा जो रूमानी हो जाती है
वो भाषा जो वेद-ज्ञान बतलाती है
वो भाषा जो जीवन संवेदना है
वो भाषा जो कवि ह्रदय की प्रेरणा है
वो भाषा जिसने गीता का मर्म समझाया
वो भाषा जिसने जीवन का कर्म समझाया
वो भाषा जो मुझको पूर्ण करती है
वो भाषा जो अर्थ सम्पूर्ण करती है
उस पर गर्व से अब इठलाता हूँ मैं
"हिंदी" मेरी माँ है बतलाता हूँ मैं !!!
"हिंदी" मेरी माँ है बतलाता हूँ मैं !!!
प्रेम की भाषा.......
संस्कारों की भाषा.......
वो भाषा जिसकी गोद में हम पलें -बढ़े
वो भाषा जिसमें सपने परवान चढ़े
वो भाषा जो आत्म-सम्मान है
वो भाषा जो जीवन का ज्ञान है
वो भाषा जो जीवन की रसधार है
वो भाषा जिससे मोहब्बत अपरंपार है
वो भाषा जो रिश्तों की बुनियाद है
वो भाषा जिसमें जागते अहसास है
वो भाषा जिसका शब्द-शब्द 'गंगा' है
वो भाषा जिसके रंग में देश रंगा है
वो भाषा जिसकी ऊँगली पकड़कर उठे है हम
वो भाषा आँसूओं में ढली और रूठे है हम
वो भाषा जो दोस्ती को जोड़ती है
वो भाषा जो दीवारें तोड़ती है
वो भाषा जो रूमानी हो जाती है
वो भाषा जो वेद-ज्ञान बतलाती है
वो भाषा जो जीवन संवेदना है
वो भाषा जो कवि ह्रदय की प्रेरणा है
वो भाषा जिसने गीता का मर्म समझाया
वो भाषा जिसने जीवन का कर्म समझाया
वो भाषा जो मुझको पूर्ण करती है
वो भाषा जो अर्थ सम्पूर्ण करती है
उस पर गर्व से अब इठलाता हूँ मैं
"हिंदी" मेरी माँ है बतलाता हूँ मैं !!!
"हिंदी" मेरी माँ है बतलाता हूँ मैं !!!
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