सम्पूर्णता की परम कहानी
जगत के कण-कण में तुम बसे हो
ब्रह्माण्ड-नायक ,त्रिकालदर्शी
हर इक कसौटी पर तुम कसे हो....
किताबें बांची न जाने कितनी
मिली न कोई गीता के जैसी
पढ़े है जीवन चरित्र कितने
बस एक तुम ही मुझको जंचे हो....
ब्रह्माण्ड-नायक ,त्रिकालदर्शी
जगत के कण-कण में तुम बसे हो
जगत के कण-कण में तुम बसे हो
ब्रह्माण्ड-नायक ,त्रिकालदर्शी
हर इक कसौटी पर तुम कसे हो....
किताबें बांची न जाने कितनी
मिली न कोई गीता के जैसी
पढ़े है जीवन चरित्र कितने
बस एक तुम ही मुझको जंचे हो....
ब्रह्माण्ड-नायक ,त्रिकालदर्शी
जगत के कण-कण में तुम बसे हो
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