रविवार, 4 मार्च 2018

मैं दुःख हूँ

कह दिया मौत से, जा मैं नहीं मरता
क्या करूँ मेरा तुझसे जी नहीं भरता !!!
मैं दुःख हूँ ,तूने मुझे अपनाया नहीं
वर्ना सच कहूँ,मैं तेरी आँखों झरता !!!

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